रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।। इसलिए जिसको आपके साथ उन बुरी एनर्जी को जोड़ना होता है वह आपकी इन चीज का इस्तेमाल करता है. हे गौरी शंकरार्धांगिं! यथा त्वं शंकरप्रिया। ← वशीकरण करने के तरीके – वशीकरण के उपाय और टोटके – vasheekaran karane ke tareeke – https://www.youtube.com/@Mahavidyabaglamukhi