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Shiv chalisa lyrics in gujarati pdf - An Overview

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कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥ प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव…॥ प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।। देवन जबहीं जाय पुकारा । तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥ देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥ https://sethbxjpm.illawiki.com/958361/the_5_second_trick_for_lyrics_of_shiv_chalisa

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